नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया जुलाई के अंत में यूरेनियम की बिक्री पर दूसरे दौर की वार्ता करेंगे। भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त पैट्रिक सकलिंग ने कहा कि वार्ता के दौरान प्रयास प्रभावी सुरक्षा मानकों की स्थापना पर होगा ताकि यह सुनिश्चित हो कि ऑस्ट्रेलियाई यूरेनियम का उपयोग शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हो।

नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया जुलाई के अंत में यूरेनियम की बिक्री पर दूसरे दौर की वार्ता करेंगे। भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त पैट्रिक सकलिंग ने कहा कि वार्ता के दौरान प्रयास प्रभावी सुरक्षा मानकों की स्थापना पर होगा ताकि यह सुनिश्चित हो कि ऑस्ट्रेलियाई यूरेनियम का उपयोग शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हो।

सकलिंग ने कहा कि यूरेनियम की बिक्री का व्यावसायिक ब्योरा अंतत: कंपनियों को तय करना है। ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने कहा, ‘‘दूसरा दौर माह के अंत में होगा। पहला दौर मार्च में हुआ था जब वार्ता बहुत अच्छी और बहुत रचनात्मक हुई थी। यह भावना है जिसमें वार्ता जारी रहेगी।’’

सकलिंग से पूछा गया कि कब ‘येलो केक’ की पहली खेप की अपेक्षा की जा सकती है तो उन्होंने कहा, ‘‘फैसला कंपनियों को करना है, लेकिन हम सुरक्षा मानकों को रखने का प्रयास कर रहे हैं ताकि (ऑस्ट्रेलियाई) कंपनियों को भारतीय कंपनियों को यूरेनियम बेचने का फैसला करने के लिए सक्षम बनाया जा सके ।

उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रभावी रूप से यह सुनिश्चित करने का करार होगा कि भारत को बेचा कोई ऑस्ट्रेयिाई यूरेनियम उचित सुरक्षा मानकों के साथ शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हो जो दिखाए कि यह आईएईए के अंतर्गत हो रहा है।’’

सकलिंग ने कहा, ‘‘हां, हम यूरेनियम की बिक्री पर ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय करारों के साथ सुसंगत होंगे और अन्य देशों के साथ हुए हमारे करारों के साथ सुसंगत होंगे।’’ दिसंबर 2011 में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को यूरेनियम बेचने पर लगाया गया अपना प्रतिबंध खत्म करने का फैसला किया। उससे पहले, सिडनी में सत्तारूढ़ लेबर पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में एनपीटी का हस्ताक्षरकर्ता नहीं होने के बावजूद भारत को यूरेनियम की बिक्री का दरवाजा खोलने के तत्कालीन प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड के कदम का समर्थन किया था।

ऑस्ट्रेलिया में दुनिया के दोहन योग्य यूरेनियम संसाधन हैं। उसने साफ कर दिया है कि वह यूरेनियम वार्ता की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (आईएईए) को शामिल करना चाहता है।

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